डॉक्‍टर दीपाली से जानें जाड़ों में त्‍वचा और बालों की की देखभाल के सटीक तरीके

डॉक्‍टर दीपाली से जानें जाड़ों में त्‍वचा और बालों की की देखभाल के सटीक तरीके

डॉक्‍टर दीपाली भारद्वाज

सर्दियां! आराम, रजाई में घुसे रहने और गर्म, आलसी धूप का समय। हालांकि ये शुष्क त्वचा, गिरते बाल, रूसी और सुस्त दिखने का समय भी है। लेकिन यदि आप इस समय अपने शरीर की थोड़ा अतिरिक्त देखभाल करते हैं तो इससे बच भी सकते हैं। आपने गर्मियों में ये काम दिल से किया है तो सर्दियों के लिए दिनचर्या क्यों नहीं बदल सकते? आलस छोडि़ये, काम पर लगिये।

ग्रीष्मकाल और सर्दियां हमारी त्वचा और बालों पर पूरी तरह से अलग प्रभाव डालती हैं, जो इन मौसमों के दौरान हमारे महसूस करने के तरीके से भी पता चलता है। सर्दियों की कठोरता त्वचा को शुष्क, तना हुआ महसूस कराती है, जिससे समय से पहले बुढ़ापा आने लगता है। इतना ही नहीं, यह त्वचा की अन्य स्थितियों जैसे मुंहासे, एक्जिमा और सोरायसिस को और अधिक बढ़ा सकता है। चेहरा गर्मियों वाले आकर्षण को खो देता है और सुस्त दिखने लगता है।

ये बालों को भी नहीं बख्शता। सर्दी के कारण बाल सूख जाते हैं और यह घास की तरह रूखे दिखने लगते हैं। इतना ही नहीं, इसपर रूसी का भी ऐसा आक्रमण होता है कि उसे देखकर बर्फबारी भी शर्मसार हो जाए। इसका अंत होता है बालों के गिरने से जो कि रोजाना डेढ़ सौ से 200 की दर से गिरते हैं। लेकिन घबराएं नहीं। अब भी कुछ नहीं बिगड़ा। कुछ सरल कदम आपकी त्वचा और बालों को उनकी पूर्व भव्यता वापस दिला देंगे।

सबसे पहली बात। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि गर्म पानी के स्नान से कितना आराम मिलता है। आपको इससे बचना चाहिए। स्नान से बचने की जरूरत नहीं है, गर्म पानी से बचें। आपको जरूरत है गुनगुने पानी की। आपके शरीर को नहाने, हाथ और चेहरा धोने के लिए गर्म नहीं बल्कि गुनगुने पानी की जरूरत है। यह त्वचा को उसके प्राकृतिक तेलों को खोने से बचाएगा, जो गर्म पानी खुशी-खुशी आपके शरीर से निकाल देता है जिससे त्वचा रूखी हो जाती है। तो गुनगुना पानी पहली बात है।

अपने पसंदीदा तेल, बादाम, तिल, खुबानी, (नारियल तेल से बचें क्योंकि यह सर्दियों के दौरान जम जाता है) आदि की 20 बूंदें एक बाल्टी पानी में मिलाएं और इससे नहाएं। यह बाल्टी को थोड़ा चिकना बनाएगा मगर आपकी त्‍वचा पर इससे जो असर होता है उसके मुकाबले ये कीमत कुछ भी नहीं है। वैकल्पिक रूप से आप तेल की 10 बूंदें नहाने के अंतिम मग में डाल सकते हैं। दोनों तरीके आपकी त्वचा के लिए चमत्कार करते हैं।

साबुन का बहुत अधिक उपयोग करने से बचें। बहुत जरूरी हो तो ग्लिसरीन वाला साबुन इस्‍तेमाल करें जो पारदर्शी हो। स्नान के तुरंत बाद जब त्‍वचा नम हो उसी समय खुद को मॉइस्चराइज करना याद रखें। इससे त्‍वचा हाइड्रेटेड और कोमल बनी रहती है मॉइस्‍चर कायम रहता है।

ये बताने की शायद ज़रूरत नहीं है कि मृत कोशिकाओं को हटाने और नई त्वचा कोशिकाओं को ऊपर आने उन्‍हें सांस लेने और मॉइस्चराइज़ करने के लिए पुरानी खाल का शरीर पर से उतरना जरूरी होता है। इसलिए त्वचा का कायाकल्प करने के लिए हफ्ते में एक या दो बार स्क्रब का इस्तेमाल करना ठीक रहता है।

रात में क्रीम इस्‍तेमाल करने के बारे में आलसी मत बनो। इसका नियमित रूप से पालन करें। जिस क्रीम में इत्र या पैराफिन न हो उसका उपयोग करें। कम प्रीजर्वेटिव्‍स क्रीम को लंबे समय तक उपयोग योग्‍य बनाते हैं। कुछ घरेलू उपाय कभी नुकसान नहीं पहुंचाते। आपकी त्वचा को मुलायम और पोषित रखने के दो उपाय यहां हैं।

आप सभी प्रकार की त्‍वचा, सूखी या यहां तक ​​कि मुंहासे वाली भी, के लिए दही और परिपक्व त्वचा के लिए ताजा क्रीम / मलाई का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इनमें गुलाब की पंखुड़ियों को कुचल कर मिलाएं और ग्लिसरीन की कुछ बूंदें भी मिला दें। उन्हें मिक्सी में अच्छी तरह ब्लेंड करें और इस मिश्रण को फ्रिज में स्टोर करें। इसका एक चम्मच प्रतिदिन चेहरे की त्‍वचा पर लगाएं। अतिरिक्‍त सामग्री को टिश्‍यू से पोंछ दें और तब चाहें तो आप इस पर अपनी नियमित क्रीम लगा सकते हैं।

इसके विकल्‍प के रूप में आप सीधे फ्रीज से निकाल कर दही भी अपनी सूखी त्‍वचार पर लगा सकते हैं। इसे लगभग 20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर इसे गुलाब जल या सादे पानी से धो लें। इससे आपकी त्वचा निश्चित रूप से स्वस्थ और नरम हो जाएगी। इसके बाद अपनी नाइट क्रीम लगाएं।

एक और ट्रिक है विटामिन ई (इवियन) कैप्सूल का इस्तेमाल। एक कैप्‍शूल को खोलें और इसे सीधे सूखी या परिपक्व त्वचा पर लगाएं। इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें फिर अपने चेहरे को धीरे से लेकिन अच्छी तरह से पोंछ लें। अपना चेहरा न धोएं और सीधे अपनी नाइट क्रीम लगाएं। यह उपचार सप्ताह में एक बार किया जा सकता है। यदि त्वचा बहुत शुष्क है तो सप्ताह में दो बार।

होठों के लिए, कोई लिप बाम लगाएं। इसके अलावा 2 भाग चीनी, 1 भाग जैतून का तेल और वेनिला एसेंस का एक छींटा मिलाकर अच्छी तरह से मिश्रण बनाकर उसे भी अपने होठों पर लगा सकते हैं। आपके पैरों को भी दरार मुक्त रखने के लिए अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है। रात को गर्म पानी से धो लें। उन पर क्रीम लगाएं, जिसमें ग्लिसरीन और कुचला हुआ कपूर (कपूर) मिलाया गया हो। रात में ढीले सूती मोजे पहनें ताकि उन्हें दरारें विकसित करने से बचाया जा सके। लैक्टिक एसिड क्रीम एक बेहतर विकल्प है।

अब बात बालों की

नियमित रूप से गर्म तेल का इस्‍तेमाल करने को दिनचर्या बनाएं। कम गर्म या पूरा गर्म जैतून के तेल से खोपड़ी की मालिश करें। गर्म पानी से भिगोए गए एक तौलिये को लपेटकर बालों को भाप दें। यह सुनिश्चित करेगा कि आपके बालों में नमी की कमी नहीं हो। ऐसा महीने में एक बार किया जा सकता है। बालों को कंडीशन करना एक और विकल्प है।

बालों को ड्रायर से न सुखाएं। भले ही यह ठंड के मौसम में बालों को सुखाने के लिए आपको लुभा रहा हो। सर्दियों में बालों को ड्रायर से सिर्फ नुकसान होता है। इससे बचें। ये सुनिश्चित करें के आपका शरीर हमेशा हाइड्रेटेड है यानी शरीर में पानी की कमी नहीं है। सर्दियों के दौरान लोग पानी कम पीते हैं, क्योंकि हमें कम प्यास लगती है। मगर इससे त्वचा और बाल निर्जलित हो जाते हैं। कोई हॉट्स सूप या पेय पदार्थ शरीर की पानी की आवश्यकता को दूर नहीं कर सकता। बल्कि वे और अधिक सूखापन का कारण बनते हैं। 2-3 लीटर पानी आपकी त्वचा और बालों के लिए चमत्कार कर सकता है। हमें अंदर और बाहर मॉइस्चराइज होना चाहिए। फ्लैक्स सीड्स, चिया सीड्स, अखरोट, अन्य ड्राई फ्रूट्स और विटामिन ई से भरपूर डाइट खाएं। इनसे त्‍वचा की चमक बढ़ जाएगी।

अंत में। अपने शरीर को सुनो क‍ि इसकी क्या जरूरत है। स्वस्थ वसा खाएं, खूब पानी पिएं और खुद को मॉइस्चराइज करें। जब आप सर्दियों में बाहर जाएं तो खुद को एक अच्छे सनस्क्रीन के साथ कवर करें। सिर से पैर तक अपने आप को ठीक से कवर करें। टोपी, दस्ताने, जैकेट। अपनी शैली चुनें। सर्दियां हैं, और मजे करने का इंतजार है तो जाइये धूप में मस्‍ती कीजिये।

(डॉक्‍टर दीपाली भारद्वाज दिल्‍ली की जानी-मानी कॉस्‍मेटोलॉजिस्‍ट हैं और राष्‍ट्रपति भवन की प्रेसिडेंट इस्‍टेट क्लिनिक की मानद डर्मेटोलॉजिस्‍ट हैं। दिल्‍ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में डी-305 में उनका क्लिनिक है। उनका ई मेल पता है: skincare306.col@gmail.com)

 

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